नगर परिषद में अंदर खाने हुए लाखों के टेंडर, चेहेते ठेकेदारों के नाम जारी हुए टेंडर नगर परिषद सभापति रतन खत्री व आयुक्त की भूमिका संदेह के घेरे में? ताक पर, मिट्टी में दबा दिया हजारों टन प्लास्टिक युक्त कचरा एसाबा ले संज्ञान तो खुल सकता हैं करोड़ों का फजीवाडा, कई जा सकते हैं जेल टेंडर प्रकाशन करवाने में नियम रखे ताक राजस्थान विज्ञापन अधिनियम 2001 और में पिछले लम्बे समय से अंदरखाने छपने जीएफएंडआर नियमों के साथ डीएलबी वाले अखबारों में करोड़ो रूपयों के टेंडर के निर्देशों की अवहेलना नगर परिषद के छापने का रिवाज बन चुका हैं। हाल ही में अधिकारियों ने करते हुए मनमर्जी से हुए लाखों रूपये के टेंडर जोधपुर से क्षेत्राधिकार से बाहर के अखबारों में टेंडर प्रकाशित होने वाले अखबारों में छपवाये प्रकाशित करवा कर पूरी तरह से गये जिसकी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग भ्रष्टाचार कारित करने की नियत से से जिला स्तरीय मान्यता प्राप्त हैं, ऐसे में अपने चहेतों को टेंडर जारी करने का नियमविरूद्ध टेंडर प्रकाशित करवाने के दुस्साहस किया हैं। बाद अपनी चहेती फर्मों के नाम वर्क जानकार सूत्रों ने बताया कि नगर परिषद ऑर्डर जारी कर दिये। उसी कचरे को मिट्टी में दबाने के लिए फिर जानकार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार से 19 लाख 80 हजार की राशि के टेंडर पूर्व में नये बस स्टैंड के पास से कचरा जारी हुए हैं जो एक एजनीओं के नाम जारी उठाने के नाम पर भी एक फर्म को लाखों होने की जानकारी मिली हैं। वहीं इसी रूपयों मे टेंडर जारी किये थे लेकिन कचरा कचरा प्वाईंट पर तारबंदी के लिए भी नही उठा था उस वक्त कचरा उठाने के नाम करीबन 17.80 लाख रूपये के टेंडर डूंगरपुर लाखों फूंक दिये उन लाखों की पोल खुलने में पंजीकृत एक एनजीओं के नाम जारी हुए से बचने के लिए नगर परिषद ने फिर से हैं। ऐसे में एक की काम के लिए नगर लाखों रूपये पानी बहा दिये। परिषद ने लगभग 47.40 लाख रूपये फूंक दिये। लाखों की मिट्टी कचरे में मिली नगर परिषद की ओर से चतुराई दिखाने का प्रयास किया गया लेकिन उनकी कारस्तानियां अब सामने आ रही हैं। कचरे पर मिट्टी डालने के लिए लगभग 20 लाख खर्च किये गये लेकिन जिस फर्म के नाम टेंडर जारी हुआ उस ठेकेदार ने लीपापोती करते हुए नाम मात्र की रेत की परत कचरे पर बिछाई थी वो बारिश की बूंदों के साथ कचरे में मिल गई ऐसे में अब वहां पर कचरा ही नजर आ रहा हैं। कचरा उठाने के नाम पर भी फंके थे लाखो रूपये सकता हैं साथ ही टेंडर की राशि से कम चहेती फर्मो का उपकृत करने के लिए दिव्य पंचायत स्पेशल रिपोर्ट में सक्रिय चंद तथाकथित ठेकेदारों और कीमत में मशीनरी बाजार में भी ली। लाखों के तीन अलग-अलग टा एनजाआ सचालका का भूमिका सदह क हमारी पडताल लगातार जारी रहेगी और निकाल कर खानापूर्ति की गई। दिव्य घर म है। नगर परिषद म पिछले साल भर करते रहेगे भ्रष्ट चेहरों को बेनकाब। पंचायत के हाथ लगी टेंडर की कॉपी में नये पहले बालोतरा नगर परिषद में करोड़ो रूपये हए करोडों के घाटालों की उच्च स्तरीय जांच समतलीकरण और कचरे पर मिट्टी बस स्टैंड के पास वार्ड संख्या 22 व 20 को क टडर अदर खान हान का खबर हा होने पर कई अधिकारी अधिकारी लपेटे में दालने के नाम पर लाखों के दर्शाया गया हैं जबकि इस स्थान पर कचरा विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आ सकते हैं। दिव्य पंचायत ने पडताल की प्वाईंट एक ही था के दो अलग-अलग टेडर जनवरी 2019 से अब तक दजना टडर अदर तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आये. कई नगर परिषद में जून 2019 का नय बस स्टड जारी हरा जिसमें समतली करण के लिए खाने करते हुए नगर परिषद को करोड़ो कामों के लिए लाखों रूपयों के टेंडर जारी के पास डम्पिंग स्टेशन से कचरा हटाने के अनमानित राशि० लाख 80 हजार रूपये रूपया का चुना लगाया गया है। नगर पारषद किये वो काम बहुत कम राशि में भी हो बजाय उसको जमीन में दबाने और अपनी ना निर्धारित की गई तथा समतली करने के बाद
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